तेरहवीं सदी में बनाई गई, ईंटों से निर्मित की गई। तेरहवीं सदी में बनाई गई, ईंटों से निर्मित की गई।
कहते हैं इतिहास न बोलो, कह दो फिक्शन की बुनाई है कहते हैं इतिहास न बोलो, कह दो फिक्शन की बुनाई है
ऋग्वेद न जानती हूँ और क्या लिखूँ एक एक शब्द ढूंढ कर सोचती क्या लिखूँ। ऋग्वेद न जानती हूँ और क्या लिखूँ एक एक शब्द ढूंढ कर सोचती क्या लिखूँ।
चल नहीं रहा यहाँ चलन दीनार देखा हमने ऐतिहासिक चार मीनार चल नहीं रहा यहाँ चलन दीनार देखा हमने ऐतिहासिक चार मीनार
कभी अँधेरी रात तो कभी चुभती हुई धूप कभी अँधेरी रात तो कभी चुभती हुई धूप
बड़ी गाड़ियों में घूमने वालों कभी सड़क के उस पार जाकर भी देखो, ऐसी भी है जिंदगी ज़रा उन पर नज़र ड... बड़ी गाड़ियों में घूमने वालों कभी सड़क के उस पार जाकर भी देखो, ऐसी भी है जिंदग...